
शादी के बंधन को सबसे पवित्र रिश्ता कहा जाता है, लेकिन जब यही बंधन खून से लथपथ मिले तो सवाल उठता है – क्या हम अब रिश्तों पर भरोसा कर सकते हैं?
इंदौर के राजा रघुवंशी मर्डर केस ने एक बार फिर समाज को आईना दिखा दिया है। हनीमून पर गई पत्नी ने ही पति की हत्या की साजिश रच डाली — और वो भी पूरी प्लानिंग के साथ।
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लेकिन ये कहानी अकेली नहीं है। भारत में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जहां प्यार, लालच, शक और धोखे ने इंसान को हैवान बना दिया। हमने खोज निकाली हैं भारत की 7 ऐसी खौफनाक मर्डर कहानियां, जहां रिश्तों ने ही खून का सौदा किया।
हर केस के साथ है एक चुटकी — कड़वी सच्चाई पर थोड़ा तंज और थोड़ा अंदाज़।
भारत के 7 चौंकाने वाले मर्डर केस – जब प्यार बना मौत की वजह
मेरठ: ड्रम में बंद किया प्यार
उत्तर प्रदेश के मेरठ में मुस्कान नाम की महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति सौरभ कुमार की बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या के बाद शव के 15 टुकड़े किए गए और उन्हें एक ड्रम में भरकर ऊपर से सीमेंट से सील करवा दिया गया, ताकि कोई गंध या सुराग न मिले। हत्या के बाद, बिना किसी पछतावे के, महिला प्रेमी के साथ शिमला घूमने चली गई। पति को हटाओ, हिल स्टेशन घूम आओ – नया ट्रेंड!
औरैया: शादी के 14 दिन बाद RIP रोमांस
औरैया में प्रगति नाम की महिला ने सिर्फ 14 दिन पहले शादी किए अपने पति दिलीप को मरवा दिया। कारण था उसका बेरोज़गार प्रेमी अनुराग, जिससे वह शादी करना चाहती थी। प्रगति ने दिलीप से इसलिए शादी की थी ताकि उसकी संपत्ति हथियाकर अपने प्रेमी संग जिंदगी बिता सके। 14 दिन की शादी… और हमेशा की सजा!
मेरठ: सांप बना हत्या का गवाह
मेरठ के बहसूमा क्षेत्र में रविता नाम की महिला ने अपने प्रेमी अमरदीप के साथ मिलकर पति मिक्की की गला घोंटकर हत्या की और फिर हत्या को दुर्घटना दिखाने के लिए उसके बिस्तर पर जहर वाला सांप छोड़ दिया। पोस्टमार्टम में दम घुटने से मौत की पुष्टि ने साजिश का पर्दाफाश कर दिया। पति को मारा, सांप को बदनाम कर दिया!
अमरोहा: पूरा परिवार साफ
2008 में अमरोहा के बावनखेड़ी गांव में शबनम और उसके प्रेमी सलीम ने मिलकर अपने पूरे परिवार के 7 सदस्यों की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी। इसमें एक 8 महीने का मासूम बच्चा भी शामिल था। वजह सिर्फ इतनी थी कि परिवार को शबनम और सलीम का रिश्ता मंजूर नहीं था। “परिवार विरोधी नीति” जानलेवा थी!
मुंबई: 300 टुकड़े और प्यार का खेल
मुंबई में नीरज ग्रोवर मर्डर केस ने सभी को हिला कर रख दिया था। अभिनेत्री मारिया सुसाइराज और उसके प्रेमी नेवी ऑफिसर एमएल जेरोम ने मिलकर नीरज की हत्या की, और शव के 300 टुकड़े कर तीन बैग्स में भर दिए। बाद में इन बैग्स को जलाकर सबूत मिटाने की कोशिश की गई। लव ट्रायंगल नहीं, ये था क्राइम ट्रायंगल!
कोल्हापुर: मासूमों की किलिंग फैक्ट्री
रेणुका शिंदे और सीमा गावित नाम की दो बहनों ने अपनी मां के साथ मिलकर 1990-96 के बीच 13 बच्चों का अपहरण और 9 की हत्या की। बच्चों को भीड़ में चोरी करवाने के बाद पहचान मिटाने के लिए उन्हें बेरहमी से मार दिया जाता था। चोरी सीखाने के बाद हत्या करना… ये कैसा ‘गुरुकुल’ था?
केरल: साइनाइड वाली बहू
केरल के कूड़थई में जॉली जोसेफ ने अपने परिवार के 6 सदस्यों की साइनाइड देकर हत्या कर दी। ये हत्याएं 14 सालों तक फैली थीं, जिनका कारण था शादी, पढ़ाई और नौकरी को लेकर बोले गए झूठ को छिपाना। सभी मौतों को स्वाभाविक दिखाकर अंतिम संस्कार भी करवाया गया। जब झूठ की डिग्री मिली, तो सच्चाई की मौत हो गई।
क्राइम की दुनिया में ‘कहानी घर-घर की’
इन तमाम कहानियों में एक बात समान है — रिश्ते, प्यार और भरोसे को तोड़कर उसे क्राइम में बदल देना। कभी पत्नी, कभी प्रेमिका और कभी बहू ही कातिल बन गई। इन मामलों को देखकर लगता है कि आज की दुनिया में भावनाएं कमजोर हैं और अपराध मजबूत।
राजा रघुवंशी केस से लेकर इन सभी हत्याओं तक, एक बात साफ है — अब रिश्तों की शक्ल बदल चुकी है। वो शब्द “आई लव यू” कभी-कभी “आई किल यू” बन जाता है। ऐसे दौर में हमें अपने आस-पास के रिश्तों को परखने और समझने की जरूरत है, वरना अगली खबर किसी और की नहीं, आपकी भी हो सकती है।